बिहार सरकार द्वारा चलायी गयी इस योजना का उद्देश्य छात्रों को उच्च शिक्षा में आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इसमें 12वीं के बाद पढ़ाई के इच्छुक छात्रों को 4 लाख रुपये तक का लोन मिलता है।
योजना की शुरुआतयह योजना 2 अक्टूबर 2016 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुरू की, जिसमें आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है ताकि वे बिना चिंता के अपनी पढ़ाई कर सकें।
उद्देश्यइस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए लोन प्रदान करना है, ताकि वे अपने सपनों को साकार कर सकें। इसमें ग्रेजुएशन सहित 42 कोर्स जैसे B.A, B.Sc शामिल हैं।
लाभइस योजना के माध्यम से 12वीं के बाद उच्च शिक्षा के लिए 4 लाख रुपये तक का लोन मिलता है। इसमें नौकरी शुरू करने के एक साल बाद 84 आसान किस्तों में लोन चुकाना होता है।
लोन की शर्तेंलोन की राशि का उपयोग तकनीकी, पॉलिटेक्निक, सामान्य पाठ्यक्रम, किताबें, स्टेशनरी और लैपटॉप के लिए किया जा सकता है। छात्रों को केवल 4% ब्याज चुकाना होगा, जबकि महिलाओं, ट्रांसजेंडर और विकलांगों के लिए यह 1% है।
पात्रताछात्रों को बिहार का निवासी होना आवश्यक है। 12वीं पास होना चाहिए और न्यूनतम आयु 25 वर्ष होनी चाहिए।
आवश्यक दस्तावेजआधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, पैन कार्ड, 10वीं और 12वीं की मार्कशीट, आय प्रमाण पत्र, बैंक खाता, मोबाइल नंबर और माता-पिता की बैंक स्टेटमेंट जैसे दस्तावेज आवश्यक हैं।
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रियाआधिकारिक वेबसाइट पर जाएं, 'New Application Registration' पर क्लिक करें। सभी जरूरी जानकारी भरें, OTP से सत्यापन करें और आवेदन पत्र को सबमिट करें।
आवेदन की स्थितिवेबसाइट के 'Application Status' ऑप्शन में जाकर रजिस्ट्रेशन आईडी या आधार नंबर, कैप्चा कोड और जन्मतिथि दर्ज कर आवेदन की स्थिति देख सकते हैं।
लोन चुकाने की प्रक्रियाकोर्स पूरा होने के एक वर्ष बाद लोन चुकाना होता है। नौकरी मिलने पर 6 महीने बाद से लोन का ब्याज चुकाया जा सकता है। एक साल तक ब्याज में छूट भी दी जाती है।
इस योजना के बारे में और अधिक जानना चाहते हैं तो इनकी Official Website का लिंक मैं Add कर देती हूँ ताकि आप https://www.7nishchay-yuvaupmission.bihar.gov.in से जा कर पढ़ और समझ सकते हैं।